हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर टूटने के चार साल बाद पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार
Gurugram News Network – हीरो होंडा (एकलव्य) चौक फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने के मामले को चार साल बीत जाने के बाद सेक्टर-37 थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान दिनेश निगम और रविंद्र यादव के रूप में हुई है। यह दोनों ही आरोपी फ्लाईओवर निर्माण करने वाली वलेचा कंपनी पर निगरानी करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा लगाई गई सुपरविजन कंपनी के अधिकारी हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों आरोपियों को मामले की जांच में शामिल करके छोड़ दिया गया है।
आपको बता दें कि 8 मई 2019 को हीरो होंडा चौक पर बने फ्लाईओवर का मानेसर से दिल्ली जाने वाला एक हिस्सा टूट गया था। इस घटना के बाद जिला प्रशासन सहित एनएचएआई के अधिकारियों में हड़कंप मचा और कई महीनों तक इस फ्लाईओवर पर वाहनों की आवाजाही को रोका गया। मामले में आरटीआई कार्यकर्ता रमेश कुमार यादव ने सेक्टर-37 थाना पुलिस को शिकायत देकर एनएचएआई के साथ-साथ फ्लाईओवर का निर्माण करने वाली कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर फ्लाईओवर के क्षतिग्रस्त हिस्से के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिए थे।
मामले की जांच के दौरान लैब रिपोर्ट में साफ हो गया था कि इस फ्लाईओवर के एक हिस्से में घटिया क्वालिटी के मेटीरियल का उपयोग किया गया है। इसके बाद फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए आईआईटी की टीम को मौके पर बुलवाया गया था और करीब तीन महीने तक फ्लाईओवर के एक हिस्से को तोड़कर नए सिरे से बनाए जाने का कार्य किया गया। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने आया था कि वलेचा कंपनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य पर नजर रखने के लिए एनएचएआई द्वारा एक अन्य कंपनी को लगाया था।
इस कंपनी का कार्य था कि वलेचा कंपनी द्वारा निर्माण कार्य में जो भी सामग्री का इस्तेमाल किया गया है उसकी जांच करना, लेकिन इस कार्य में सुपरविजन करने वाली कंपनी ने लापरवाही बरती जिसके बाद अब पुलिस ने मामले में सुपरविजन कंपनी के दिनेश निगम और रविंद्र यादव को गिरफ्तार कर मामले की जांच में शामिल कर छोड़ दिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच जारी है।